समाज में स्त्रियों की स्थिति अच्छी थी। इस समय समाज में ‘विधवा विवाह’, ‘नियोग प्रथा’ तथा ‘पुनर्विवाह’ का प्रचलन था लेकिन ‘पर्दा प्रथा’, ‘बाल-विवाह’ तथा ‘सती-प्रथा’ प्रचलित नहीं थी। प्राप्त महत्त्वपूर्ण साक्ष्य: गोदीवाड़ा, युग्मित शवाधान, रँगाई के कुण्ड, हाथी दाँत का पैमाना जैसे ही आपका वीडियो अपलोड हो जाता है https://earnmoneyonlinewithoutinv34986.salesmanwiki.com/9795290/getting_my_म_ब_इल_स_घर_ब_ठ_प_स_क_स_कम_ए_to_work