तुरत षडानन आप पठायउ । लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥ मैना मातु की ह्वै दुलारी । बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥ शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन Your https://rafaelhrsic.bloggosite.com/36307056/5-simple-techniques-for-shiv-chalisa-in-gujarati-lyrics