जो सभी प्राणियों में बुद्धि के रूप में स्थित है, उस देवी को नमन है। हे माँ शैलपुत्री, मैं आपको नमस्कार करता हूँ। आप मनचाहा वरदान देती हैं और मस्तक पर अर्धचंद्र से सुशोभित हैं। आप बैल पर आरूढ़ होकर त्रिशूल धारण किये हुए, भव्य दिख रही हैं। Once https://mua62839.uzblog.net/little-known-facts-about-navratri-37730166